कांवड़ यात्रा को लेकर सीएम योगी का अधिकारियो को सख्त सन्देश
अगले 72 घंटो में कांवड़ यात्रा मार्गों की मरम्मत का शेष काम कराने को सीएम योगी ने दिए निर्देश
गाँव लहरिया न्यूज / संवाद सूत्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी 22 जुलाई से प्रारंभ हो रही कांवड़ यात्रा की तैयारियों की बुधवार को समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. बैठक में जलशक्ति, नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री तथा पीडब्ल्यूडी विभाग के मंत्री एवं राज्यमंत्री सहित चीफ सेक्रेटरी मनोज कुमार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
मुख्यमंत्री ने पीडब्ल्यूडी, सिंचाई और नगर विकास विभाग को आवश्यक निर्देश दिये और कहा कि कावंड़ यात्रा से संबंधित प्रत्येक जिले की प्रत्येक सड़क की मरम्मत का शेष काम अगले 72 घंटे में पूरा कर लिया जाए. पूरे कांवड़ यात्रा रूट की साफ-सफाई कराई जाए. यह काम पूरे माह जारी रहना चाहिए. कहीं भी गंदगी अथवा जलभराव नहीं होना चाहिए.
सीएम ने कहा कांवड़ यात्रा रूट पर साफ-सफाई, बेहतर प्रकाश और सहायता शिविर लगाए जाएं पुष्पवर्षा से कांवड़ियों का अभिनन्दन करेगी सरकार, रास्ते में पेयजल-शिकंजी की भी व्यवस्था के साथ कांवड़ शिविर लगाने वालों का सत्यापन हो, ड्रोन से यात्रा मार्ग की पूरी निगरानी हो. मानक के अनुसार डीजे बजाएं, लेकिन डीजे की ऊंचाई सीमा से अधिक न हो.
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट हो. साथ ही पूरे कांवड़ यात्रा मार्ग पर अच्छी प्रकाश व्यवस्था होनी चाहिए. इसके लिए अतिरिक्त स्ट्रीट लाइट लगवाई जाएं और ट्रांसफार्मर की व्यवस्था भी रहे. मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान करते हुए यह उचित होगा कि यात्रा मार्ग पर आमजन की सहायता के लिए शिविर लगाएं. यहां शीतल पेय जल, शिकंजी वितरण आदि का भी प्रबंध हो. शिविर लगाने में सामाजिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाना चाहिए, यद्यपि शिविर संचालकों का सत्यापन जरूर करा लें.
यात्रा मार्ग की ड्रोन से निगरानी कराई जाए और प्रमुख अवसरों पर पुष्पवर्षा भी कराई जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ियों द्वारा तय मानकों के साथ डीजे बजाया जाना चाहिए, लेकिन डीजे की ऊंचाई एक तय सीमा से अधिक न हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि गाजियाबाद, मेरठ, बरेली, अयोध्या, बस्ती, प्रयागराज, काशी, बाराबंकी आदि के नगरीय क्षेत्रों में आस्था के केंद्र शिवालयों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
स्थानीय प्रशासन द्वारा मंदिर प्रबंधन से संपर्क-संवाद कर शिवालयों में भीड़ प्रबंधन कर लिया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगनहर में मृत जानवरों के प्रवाह की सूचना मिली है, इसे तत्काल रोका जाए.