शिक्षा बेटी के जीवन का आधार है : राजेंद्र प्रसाद
तरुण चेतना द्वारा बेटी उत्सव अभियान का किया गया समापन
गाँव लहरिया न्यूज़/प्रतापगढ़
अंतराष्ट्रीय बेटी दिवस पखवाड़ा उत्सव के अवसर पर वात्सल्य लखनऊ व फावा नेटवर्क के निर्देशन में तरुण चेतना द्वारा स्थानीय राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में बालिकाओं के अधिकार को लेकर आज अंतर्राष्ट्रीय बेटी दिवस उत्सव मनाया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व सह जिला विद्धयालय निरीक्षक प्रतापगढ़ ,राजेंद्र प्रसाद सरोज ने कहा कि बेटियों की सुरक्षा के लिए सभी को आगे आना होगा। सरोज ने बेटियो की शिक्षा पर जोर देते हुए शिक्षा को जीवन का सशक्त आधार बताया।
इस अवसर पर बाल कल्याण समिति के बाल न्यायाधीश राजदेव पांडेय ने बेटी पैदा होने की महत्ता को बताते हुए कहा कि बेटा भाग्य से होता है और बेटी सौभाग्य से होती है। उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर जोर देते हुए कन्या भ्रूण हत्या बंद करने का आह्वान किया।
इसी क्रम में बाल संरक्षण अधिकारी अभय शुक्ल ने बेटियो के लिए कल्याणकारी योजनाओं पर चर्चा करते हुए कन्या सुमंगला और स्पांसरशिप योजना के बारे में विस्तार से बताया।कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की दर्जनों छात्राओं ने अपने उद्बोधन में बेटियो के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने की मांग की, जिसमे शगुन, तृप्ति रावत और मुस्कान यादव को शानदार प्रस्तुति के लिए तरुण चेतना द्वारा क्राउन ,मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर पुरस्कृत किया गया। इस बेटी दिवस उत्सव के प्रारंभ में आयोजक संस्था तरुण चेतना के निदेशक मो नसीम अंसारी ने सभी अतिथियों का स्वागत के उपरांत कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पंद्रह दिवसीय इस बेटी उत्सव अभियान के दौरान जिले के विभिन्न स्थानों पर बालिका शिक्षा और कौशल, महिलाओं और किशोरियों के लिए कल्याणकारी योजनाओं,गुड टच बैड टच,माहवारी स्वच्छता आदि विषयों पर जागरूकता कार्यक्रम किए गए।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती गीता व संयोजन एवम संचालन उप प्रधानाचार्य डाo मोहम्मद अनीस ने किया। इस अवसर पर ए एच टी यू के प्रभारी संजय यादव व फिरोज अहमद, बाल अधिकार परियोजना के शिव शंकर व हकीम अंसारी, कार्यक्रम प्रभारी श्याम शंकर शुक्ल सहित पूर्व प्रधानाचार्या सविता सिंह, उमर जमील, डॉ,कल्पना मंजू कुशवाहा, सीमा तबस्सुम, आराधना, एवम समस्त विद्यालय परिवार, हुसनारा बानो ,कलावती पटेल आदि ने भी बाल अधिकार परियोजना के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।