राष्ट्रीय लोक अदालत में 133842 वादों का किया गया निस्तारण
आपसी सुलह समझौते से मुकदमों का निस्तारण लोक अदालत में किये जानें का निर्देश
गाँव लहरिया न्यूज़/पट्टी
जनपद न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत उदघाटन माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अब्दुल शाहिद द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया। माननीय न्यायमूर्ति नीरज त्रिपाठी द्वारा वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से आधुनिक सभागार का उद्घाटन किया गया और सभी न्यायिक अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अधिक से अधिक संख्या में आपसी सुलह समझौते से मुकदमों का निस्तारण लोक अदालत में करें, जिससे अधिक से अधिक वादकारियों को लाभ मिल सके। कार्यक्रम का संयोजन/संचालन अपर जिला जज /सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुमित पंवार ने किया। इस अवसर पर समस्त न्यायिक अधिकारीगण एवं अधिवक्ता संगठनों के पदाधिकारीगण, वरिष्ठ अधिवक्तागण, मध्यस्थगण, पैनल अधिवक्तागण, लीगल एड डिफेन्स काउन्सेल एवं पी०एल०वी०गण उपस्थित रहे।
इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 133842 वादों का निस्तारण किया गया जिनमें 5424 फौजदारी वाद, 12 एन०आई० एक्ट, 278 विद्युत वाद, 28 मोटर दुर्घटना वाद, 32 वैवाहिक वाद, 74 सिविल वाद, 1071 बैंक ऋण, 16 बी०एस०एन०एल० वाद, कलेक्ट्रेट प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा 125463 मामले, यातायात विभाग द्वारा 725 वाद एवं उपभोक्ता फोरम द्वारा 03 एवं स्थायी लोक अदालत के 08 एवं 708 प्रीलिटिगेशन वादों का निस्तारण किया गया।उपरोक्त प्रकरणों के अन्तर्गत फौजदारी वादों में 397270 रुपए का अर्थदण्ड वसूल किया गया, मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति वादों में मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के अधिकारी दिवाकर चतुर्वेदी द्वारा कुल 28 मामलो में विपक्षी बीमा कम्पनियों से पीड़ित याचीगण को रुपए 222890000 का प्रतिकर दिलाया गया, उत्तराधिकार वादों में 4545597 रुपए का उत्तराधिकार प्रमाणपत्र जारी किया गया। बैंको के बकाया ऋण के 1071 मामलों में बैंक एवं बकायेदारो के मध्य 72722357 रुपए एवं बी०एस०एन०एल० 16 वादों में कुल रूपया 61837 का समझौता हुआ। परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश महोदय द्वारा 32 वैवाहिक मामलों में पति पत्नी के मध्य सौहार्दपूर्ण समझौता कराया गया। परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश द्वारा मिठाई देकर उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामना दी गयी। इस राष्ट्रीय लोक अदालत के सफलतापूर्ण आयोजन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पराविधिक स्वयं सेवकों, पैनल अधिवक्तागण, मध्यस्थगण, परिवार न्यायालय परामर्शदाता ममता सिंह एवं कर्मचारीगण व बैंक अधिकारियों का सहयोग सराहनीय रहा।