जागरूकता से समझ सकते हैं संचारी रोगों के लक्षण: डॉ. नीरज सिंह

गाँव लहरिया न्यूज़/पट्टी
स्नातकोत्तर महाविद्यालय पट्टी में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के सात दिवसीय विशेष शिविर के अंतर्गत दिनांक 11 मार्च 2025 को अभिमुखीकरण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पट्टी के अधीक्षक डॉ. नीरज सिंह ने शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए संचारी रोगों के लक्षण एवं उनके प्राथमिक उपचार के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
डॉ. नीरज सिंह ने बताया कि मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू और टाइफाइड जैसी संचारी बीमारियां अधिकतर मच्छरों के काटने या दूषित जल व भोजन के सेवन से फैलती हैं। उन्होंने कहा कि यदि छात्र-छात्राएं इन बीमारियों के लक्षणों को समझ लें तो प्रारंभिक उपचार घर पर ही सरलता से किया जा सकता है।
संचारी रोगों के सामान्य लक्षण
डॉ. नीरज ने बताया कि मलेरिया, फाइलेरिया तथा डेंगू जैसी बीमारियों में ठंड लगना, बुखार आना, बुखार में उतार-चढ़ाव होना और दांत किटकिटाना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। विशेष रूप से डेंगू के मरीजों को घुटनों के नीचे असहनीय दर्द महसूस होता है, जिसे ‘हड्डी तोड़ बुखार’ भी कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि यदि किसी मरीज में ऐसे लक्षण दिखाई दें, तो प्राथमिक उपचार के साथ ही चिकित्सक की सलाह अवश्य लें ताकि समुचित इलाज करवाकर मरीज को स्वस्थ किया जा सके।
इस अवसर पर महिला चिकित्सक डॉ. साक्षी सिंह ने छात्राओं को आंतरिक बीमारियों के लक्षण एवं उनके उपचार के विषय में जानकारी दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के कार्यक्रमाधिकारी डॉ. दिलीप सिंह ने अतिथियों के स्वागत के साथ किया, जबकि संचालन का दायित्व डॉ. देवेंद्र नारायण पाण्डेय ने निभाया। अंत में अतिथियों के प्रति आभार ज्ञापन डॉ. रागिनी सोनकर द्वारा किया गया।