भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ना और जीतना होगा : डा. सत्यमेवजयते

राज्य और जनता के करोड़ों रुपये के राजस्व की हर दिन, हर नगर और विभाग में संगठित रूप से लूटपाट हो रही है

माज में व्याप्त भ्रस्टाचार के विरुद्ध समाज को पुनर्जागृत करने हेतु आयोजित गोष्ठी में सत्यमेव जयते न्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राजकीय सेवा से स्वैच्छिक सेवा निवृत्त पूर्व उप आयुक्त राज्य कर डा. सत्यमेवजयते भारत लोकमंगल ने कहा कि भ्रष्टाचार एक संगठित अपराध के रूप में हमारे जीवन, समाज और लोक सेवा में व्याप्त हो गया है।

 

नागरिकों को संगठित होकर अब सत्य और स्वाधीनता के लिए भ्रष्टाचार के विरुद्ध नया समर लड़ना और जीतना होगा। 2047 तक समृद्ध, सशक्त और शांतिपूर्ण नये भारतीय समाज के विकास की आवश्यकताओं और लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सार्वजनिक जीवन में काम कर रहे समस्त लोकसेवकों और नागरिकों को ईमानदारी से काम करना होगा। लोक कल्याण सुनिश्चित करने के लिए ईमानदारी का कोई विकल्प नहीं है। सरकारों को भ्रष्टाचार पर निर्मम प्रहार करना होगा। भ्रष्टाचार को नियंत्रित करने के लिए परिणाम देने वाले नये और कठोर उपाय किये जाने की आवश्यकता है।

डा. सत्यमेवजयते
डा. सत्यमेवजयते

डा. सत्यमेवजयते ने कहा कि भ्रष्टाचार करने-कराने और दबाने-छिपाने के लिए वरिष्ठ अधिकारी पद का खुल्लमखुल्ला दुरुपयोग और षडयंत्र करने में हिचकते नहीं हैं। यह गंभीर चिंता का विषय है कि राज्य और जनता के करोड़ों रुपये के राजस्व की हर दिन, हर नगर और विभाग में संगठित रूप से लूटपाट हो रही है।

भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए प्रोएक्टिव कानून और एक्शन की आवश्यकता है। पैसिव एक्शन से भ्रष्टाचार का बाल बाँका नहीं होता है। डॉ सत्यमेवजयते ने कहा कि देश, समाज और व्यक्ति के जीवन में सत्य और अहिंसा के मानवीय मूल्य को कार्य विधि के रूप में अपनाना होगा। सार्वजनिक हित में भ्रष्ट अधिकारियों का विरोध करना आवश्यक हो गया है। उन्होंने युवाओं, विद्यार्थियों, अधिवक्ताओं, व्यापारियों और नागरिकों से भ्रष्टाचार करने वाले लोकसेवकों का खुला विरोध और बहिष्कार करने का आह्वान किया। राजकीय सेवा में भ्रष्टाचार, षडयंत्र, पद दुरुपयोग करने वाले अधिकारियों की निरंतर सार्वजनिक पहचान करने के लिए लोक अदालतों की तर्ज पर प्रत्येक जनपद में भ्रष्टाचार निवारण आयोग बनाया जाए, जहाँ जनसाधारण दिन प्रतिदिन की भ्रष्टाचार संबंधी समस्याएं रिपोर्ट कर सकें और तत्काल त्वरित न्याय और समाधान प्राप्त कर सकें।

सत्यमेव जयते न्यास द्वारा भ्रष्टाचार का विरोध और प्रदेश व्यापी जनजागरण अभियान चलाने का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, आजमगढ़, बस्ती, अयोध्या, विंध्याचल, लखनऊ, कानपुर, चित्रकूट, झांसी, आगरा, मेरठ, बरेली आदि मंडलों में सत्यमेवजयते न्यास की मंडल इकाइयों का गठन किया गया है।

डा. सत्यमेवजयते ने भारतीय पुनर्जागरण के लिए पांच कार्यक्षेत्रों- स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका, धर्म और राजनीति में परिवर्तन और प्रबंधन की विस्तृत रूप रेखा स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि आज के तकनीकी युग में प्रत्येक नागरिक के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका का प्रकृति और विज्ञान आधारित सूक्ष्म प्रबंधन संभव है। धार्मिक रुढ़ियों और राजनीतिक क्रिया- कलापों का नव संस्कार और परिष्कार करना होगा।

मेरठ के प्रसिद्ध गांधी वादी सामाजिक कार्यकर्ता और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कृष्ण कुमार खन्ना जी ने कहा कि जागरूक नागरिकों का भ्रष्टाचार के विरुद्ध दशकों का संघर्ष व्यर्थ नहीं जायेगा। डॉ सत्यमेवजयते ” न दैन्यं न पलायनम्” की नीति अपनाते हुए भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए आगे आ गए हैं। हम इस लड़ाई में उनका साथ देने के लिए सभी सज्जन शक्तियों और युवाओं का आह्वान करते हैं।

सत्यमेव जयते संगठन का भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान और भारतीय समाज के पुनर्जागरण का आह्वान महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस और सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे महान नेताओं के कार्यों को आगे बढ़ाने का काम है

नगर के जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता डा. चरण सिंह लिसाड़ी ने कहा कि वर्तमान समय मे समाज मे भ्रष्टाचार पूरी तरह से व्याप्त हो चुका है हमे अपने आसपास, परिवार और खुद के व्यवहार में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए भी सतत प्रयास करना होगा ।जिसके परिणाम यह होगा की समाज से भी भ्रष्टाचार धीरे धीरे समाप्त हो जायेगा ।

पूर्व विधायक राजेंद्र शर्मा ने कहा कि सत्यमेव जयते संगठन का भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान और भारतीय समाज के पुनर्जागरण का आह्वान महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस और सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे महान नेताओं के कार्यों को आगे बढ़ाने का काम है। क्रांति की धरती मेरठ में शांति की तपोस्थली गांधी आश्रम से आरंभ भारतीय पुनर्जागरण का यह अभियान चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि हस्तिनापुर से शीघ्र प्रदेश और देश में जन जन तक किसानों और युवाओं तक फैल जाएगा।

आई टी आई के पूर्व प्रधानाचार्य बनी सिंह चौहान ने कहा कि सत्यमेव जयते का यह अभियान करोड़ों भारतीयों के आत्मसम्मान और स्वाधीनता के लिए आवश्यक संग्राम का सूत्रपात है। उन्होंने सभी जागरूक नागरिकों को इस अभियान से जुड़कर गांव गांव और घर-घर ले जाने का आह्वान किया।

डॉ. (मेजर ) हिमांशु जी राष्ट्रीय संयोजक गंगा जल बिरादरी, ने कहा की नागरिक, समाज- देश को सिर्फ राजनेताओ और अधिकारीयों के भरोसे नही छोड़ सकते । सत्ता आसक्त राजनेताओं और अधिकारियों का भ्रष्ट होना अजूबी बात नही है । यह भ्रष्टाचार बड़ी समस्या है पर इससे भी बड़ी समस्या उदासीन व भ्रष्ट आचरण का दोषी आम नागरिक है ।
अतः यह लड़ाई राज समाज सबकी है ।

इस अवसर पर सत्यमेव जयते न्यास के मंडल संयोजक अमित कुमार मोहन, श्री पृथ्वी सिंह रावत जी सचिव गाँधी आश्रम मेरठ विपुल चौधरी आदि उपस्थित रहे।

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