आज है साल का आखिरी चंद्रग्रहण
भारत में ग्रहण की कुल अवधि 01घन्टा 10मिनट की होगी
भारतीय धर्म शास्त्र ज्योतिष विज्ञान में चंद्रग्रहण को बहुत ही महत्वपूर्ण खगोलीय घटना माना जाता है. वर्ष के आखिरी सूर्य ग्रहण के बाद अब वर्ष का आखिरी चंद्रग्रहण लगने जा रहा है जबकि यह चंद्र ग्रहण देव दीपावली के दिन लग रहा है
इस वर्ष का आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर 2022, मंगलवार के दिन लगेगा. कार्तिक शुक्ल पक्ष मास की पूर्णिमा तिथि भी है ज्योतिषाचार्य पं ऋषिकेश शुक्ल ने बताया के हिन्दू भारतीय पंचांग के अनुसार , कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को देव दीपावली का पर्व मनाया जाता है. देव दीपावली के दिन चंद्र ग्रहण लगने से इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है
चंद्रग्रहण की तिथि, समय और सूतक काल
हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष 2022 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण भारतीय समय के अनुसार 8 नवंबर को दोपहर बाद 1:32 से शुरू होगा और शाम 6:20 तक रहेगा.
चन्द्रोदय शामं 05:09 PM
भारत में ग्रहण की कुल अवधि 01घन्टा 10मिनट की होगी
चंद्र ग्रहण कब लगता है
जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीध में होते हैं तथा सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती है, तो चंद्र ग्रहण होता है. जानकारी के लिए बता दें कि 8 नवंबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण साल 2022 का आखिरी ग्रहण भी है और चंद्र ग्रहण भी.
यहां दिखाई देगा चंद्र ग्रहण
साल 2022 का दूसरा चंद्र ग्रहण भारत समेत कई एशियाई द्वीपों, दक्षिण/ पूर्वी यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी व दक्षिण अमेरिका, पेसिफिक अटलांटिक और हिंद महासागर में नजर आएगा. यही कारण है कि इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव भारत के भू-भाग पर भी पड़ेगा और उत्तर प्रदेश के अधिकांश शहरों में अयोध्या ,प्रयागराज, वाराणसी गोरखपुर ,लखनऊ मुरादाबाद, बरेली, आगरा ,मुजफ्फरपुर इन जगहों पर देखा जा सकेगा सूतक काल भी मान्य होगा.
यह खग्रास चंद्रग्रहण भरणी नक्षत्र,तथा मेष राशि पर लग रहा है इस नक्षत्र एवं राशि लोग ग्रहण ना देखे
किसी राशि पर क्या प्रभाव
मेष -घात
वृष- हानि
मिथुन -लाभ
कर्क – सुख
सिंह -माननाश
कन्या – मृत्यु तुल्य कष्ट
तुला – स्त्री पीड़ा , पुरूष पीड़ा
वृश्चिक – सौख्य
धनु – चिन्ता
मकर – व्यथा
कुम्भ- श्री
मीन -क्षति
चंद्र ग्रहण 2022 का सूतक काल
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण शुरू होने के लगभग 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है. चूँकि चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा. इस लिए चंद्र ग्रहण का सुतक काल मान्य होगा. इस लिए सूतक काल से जुड़े नियमों का पालन किया जाना उचित होगा
ज्योतिषाचार्य पं ऋषिकेश शुक्ल
फूलपुर प्रयागराज
9450591477