देनवा गाँव में घायल अवस्था में मिला ‘काला हिरन’
समय पर नहीं मिला उपचार तड़पकर हुई मौत
गाँव लहरिया न्यूज़/पट्टी
पट्टी थाना क्षेत्र के देनवा गाँव में सुबह सुबह घायल और बीमार अवस्था में एक काले हिरन देखे जानें की सूचना से आग की तरह फैली और देखते ही देखते आस पास भारी लोगों की भीड़ जुट गई। स्थानीय पूर्व प्रधान संतोष ओझा ने गाँव लहरिया को फोन कर सूचना दी और बताया की घटना की जानकारी पुलिस प्रशासन वन विभाग और पशुपालन विभाग दी गई थी लेकिन घटना के लगभग 3 घंटे तक मौके पर कोई चिकित्सक नहीं पहुंचा और हिरन की तड़प तड़प कर मौत हो गई।
यह घटना पशु चिकित्सा व्यवस्था और प्रशासनिक लापरवाही की गंभीरता को उजागर करती है। प्रतापगढ़ जिले के देंनवा गांव में भटके हुए काले हिरण को समय पर उचित चिकित्सा सहायता मिल सकती तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। ग्रामीणों ने हिरण को बचाने का भरसक प्रयास किया और तुरंत पुलिस तथा वन विभाग को सूचना दी, जो मौके पर पहुंच भी गए। हालांकि, पट्टी पशुपालन विभाग की टीम द्वारा सूचना मिलने के तीन घंटे बाद तक मौके पर न पहुंचना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस देरी के कारण घायल हिरण की मौत हो गई। यह घटना न केवल पशु चिकित्सा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है, बल्कि वन्यजीव संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी की भी कमी दर्शाती है।
ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई और जिम्मेदारी सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि भविष्य में इस तरह की दुखद घटनाएं न हों। स्थानीय प्रशासन और पशुपालन विभाग को इस घटना से सीख लेकर अपनी व्यवस्था में सुधार करना चाहिए।