महादेव की अर्धनारीश्वर रूप में पूजा करने से होंगी शिव भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी
आज है पुरूषोत्तम मास के चौथा तथा श्रावण मास का छठा सोमवार
अधिकमास (पुरूषोत्तम मास ) में भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व है। सनातन धर्म में पुरूषोत्तम मास को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। इस पवित्र माह में भगवान शंकर की आराधना कर उनकी कृपा को प्राप्त किया जा सकता है। पुरूषोत्तम मास के चौथा तथा श्रावण मास का छठा सोमवार के दिन महादेव की अर्धनारीश्वर रूप में पूजा करने से शिव भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह पुरुषोत्तम मास का भी अंतिम सोमवार है। छठवें सोमवार को सभी स्थानों पर भोलेनाथ की विशेष पूजा अर्चना किया जायेगा नारायण ज्योतिष परामर्श एवं अनुसंधान केंद्र फूलपुर प्रयागराज से ज्योतिषाचार्य पं ऋषिकेश शुक्ल के अनुसार सावन के पांच सोमवार बीत चुके हैं। 14 अगस्त को सावन के अधिक मास का आखिरी सोमवार व्रत होगा। रोग, ऋण, शत्रु से छुटकारा पाने के लिए यह छठवां सोमवार का व्रत बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि इस दिन सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, आडल योग, विडाल योग के साथ मासिक शिवरात्रि भी रहेगी। इसके साथ ही पुनर्वसु नक्षत्र 11:05 तक उसके बाद पुष्य नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा। सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 11:10 से 15 अगस्त की सुबह 5:18तक रहेगा। सिद्धि योग 13 अगस्त को दोपहर 3:42से शुरू होगा और 14 अगस्त को दोपहर 4:56तक रहेगा।
भोलेनाथ की पूजा के समय योग नक्षत्र का रहेगा दुर्लभ संयोग
गन्ने के रस से करे अभिषेक इन सारे संयोग में भगवान भोलेनाथ का गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करने से रोग, ऋण, शत्रुओं से छुटकारे के साथ लक्ष्मी की विशेष कृपा होगी तथा पारिवारिक सुख-शांति बढ़ेगी
ज्योतिर्विद पंडित ऋषिकेश शुक्ल,नारायण ज्योतिष परामर्श एवं अनुसंधान केंद्र, फूलपुर- प्रयागराज