काछा बोधराम आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सुनने को लेकर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
आचार्य विनोदानंद ने श्रद्धालुओं को सुनाई राजा परीक्षित की कथा
गाँव लहरिया न्यूज/पट्टी
लक्ष्मणपुर के काछा पूरे बोधराम गाँव में पण्डित रामचन्द्र शुक्ल के निवास पर चल रही श्रीमदभागवत कथा के षष्ठम दिन कथा व्यास आचार्य विनोदानंद जी महाराज ने सुदामा चरित सहित विभिन्न प्रसंगों पर प्रवचन देते हुए कृष्ण के अलग-अलग लीलाओं का वर्णन किया गया। मां देवकी के कहने पर छह पुत्रों को वापस लाकर मा देवकी को वापस देना सुभद्रा हरण का आख्यान कहना एवं सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कथा व्यास ने बताया कि मित्रता कैसे निभाई जाए यह भगवान श्री कृष्ण सुदामा जी से समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सुदामा अपनी पत्नी के आग्रह पर अपने मित्र (सखा) से सुदामा मिलने के लिए द्वारिका पहुंचे। उन्होंने कहा कि सुदामा द्वारिकाधीश के महल का पता पूछा और महल की ओर बढ़ने लगे द्वार पर द्वारपालों ने सुदामा को भिक्षा मांगने वाला समझकर रोक दिया। तब उन्होंने कहा कि वह कृष्ण के मित्र हैं। इस पर द्वारपाल महल में गए और प्रभु से कहा कि कोई उनसे मिलने आया है।अपना नाम सुदामा बता रहा है। जैसे ही द्वारपाल के मुंह से उन्होंने सुदामा का नाम सुना प्रभु सुदामा सुदामा कहते हुए तेजी से द्वार की तरफ भागे सामने सुदामा सखा को देखकर उन्होंने उसे अपने सीने से लगा लिया। सुदामा ने भी कन्हैया कन्हैया कहकर उन्हें गले लगाया और सुदामा को अपने महल में ले गए ओर उनका अभिनंदन किया।
श्रोता हुए भाव विभोर
इस ²श्य को देखकर श्रोता भाव विभोर हो गए. उन्होंने सुदामा और कृष्ण की झांकी पर फूलों की वर्षा की इसके बाद आरती और प्रसाद वितरित कर आज की कथा को विश्राम दिया गयाआज की कथा में मुख्य यजमान श्रीमती इंदू शुक्ला व श्री राम चंद्र शुक्ल के साथ श्री राम पाण्डेय, कुसुम लता पाण्डेय,अमित शुक्ल,जय प्रकाश शुक्ल, श्याम मणि शुक्ल, हरिश्चंद्र मिश्रा, अर्चना त्रिपाठी,अजय प्रकाश शुक्ल , रजत शुक्ल , शुभम शुक्ल, करुणेश त्रिपाठी , मिथिलेश तिवारी,राम गोपाल त्रिपाठी , संध्या ,रश्मि, रानी मिश्रा , प्रभावती जयकन्या शुक्ला, प्रतिमा शुक्ला मधुलिका शुक्ला अनंत, प्रतीक, नितिन रमाकांत तिवारी प्रफुल्ल तिवारी , सूरज तिवारी ,अमन तिवारी , पुष्कर शुक्ल, कपिल शुक्ल आदि उपस्थित रहे.