“Environmental Laws, Health and Sustainable Development” – पर्यावरणीय कानूनों और सतत विकास पर एक विश्लेषणात्मक ग्रंथ

पर्यावरण संरक्षण, सार्वजनिक स्वास्थ्य और सतत विकास आज के वैश्विक परिदृश्य के प्रमुख विषय बन चुके हैं। इन्हीं महत्वपूर्ण मुद्दों को कानूनी दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती है डॉ. जगेश्वर नाथ सिंह, डॉ. सिद्धार्थ थपलियाल और प्रो. (डॉ.) अली महमूद यहया की पुस्तक “Environmental Laws, Health and Sustainable Development”। यह पुस्तक पार्थ पब्लिकेशन, देहरादून द्वारा प्रकाशित की गई है, जो कानून और समाज से जुड़े गंभीर विषयों पर शोधपरक लेखन को बढ़ावा देता है।

पुस्तक की विशेषताएँ:

1. पर्यावरणीय कानूनों का विश्लेषण: यह पुस्तक वैश्विक और भारतीय संदर्भ में पर्यावरण कानूनों की उत्पत्ति, विकास और प्रभाव का गहन अध्ययन प्रस्तुत करती है।

2. सतत विकास और सार्वजनिक स्वास्थ्य: इसमें सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) और उनके पर्यावरणीय प्रभावों को विस्तार से समझाया गया है।

3. कानूनी नीतियों और उनके कार्यान्वयन का मूल्यांकन: यह पुस्तक पर्यावरण संरक्षण के लिए कानूनी और नीतिगत ढांचे का गहन विश्लेषण करती है।

4. अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य: इसमें अंतर्राष्ट्रीय समझौतों, संधियों और भारतीय न्यायिक दृष्टिकोण को तुलनात्मक रूप से प्रस्तुत किया गया है।

5. शोध और केस स्टडी: पुस्तक में वास्तविक कानूनी मामलों, नीतिगत चर्चाओं और शोधपरक दृष्टिकोण को शामिल किया गया है।

लेखकों का परिचय:

डॉ. जगेश्वर नाथ सिंह – वे COER University, Uttarakhand में विधि अध्ययन संकाय के डीन हैं और पर्यावरण कानून, मानवाधिकार और नीति-निर्माण के क्षेत्र में गहन शोध कर चुके हैं।

डॉ. सिद्धार्थ थपलियाल – वे Jigyasa University, Uttarakhand में सहायक प्रोफेसर हैं और संविधान, पर्यावरण कानून और न्यायशास्त्र में विशेषज्ञता रखते हैं।

प्रो. (डॉ.) अली महमूद यहया – वे Imam Aladham University, Baghdad, Iraq में प्रोफेसर हैं और इस्लामिक स्टडीज़, कानून और समाज विज्ञान के क्षेत्र में गहरी पकड़ रखते हैं।

पार्थ पब्लिकेशन: कानून और समाज के लिए समर्पित

पार्थ पब्लिकेशन, देहरादून ने इस पुस्तक को प्रकाशित कर एक बार फिर यह सिद्ध किया है कि वे कानूनी शोध और सामाजिक विषयों पर गंभीर और प्रमाणिक सामग्री प्रस्तुत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

निष्कर्ष

“Environmental Laws, Health and Sustainable Development” उन सभी शोधकर्ताओं, विधि विशेषज्ञों, नीति-निर्माताओं और छात्रों के लिए एक अनिवार्य ग्रंथ है जो पर्यावरणीय कानूनों और सतत विकास के बीच संबंधों को समझना चाहते हैं। पार्थ पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य नीति और कानूनी सुधारों के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान है।

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