पट्टी नगर में मानवता की मिसाल, श्रद्धालुओं के लिए भोजन सेवा
महाकुंभ यात्रियों के लिए पूर्व मंत्री मोती सिंह की पहल, नाश्ता-भोजन और ठहरने की व्यवस्था
गाँव लहरिया न्यूज़/पट्टी
प्रयागराज में 144 वर्षों के उपरांत लगे महाकुंभ में श्रद्धालुओं एवं स्नान करने वालों की भीड़ करोड़ों की संख्या पार कर चुकी है। इसे देखते हुए पूरे प्रदेश में प्रशासन अलर्ट पर है। जनपद प्रयागराज से सटे जिलों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, और वाहनों को प्रयागराज सीमा पर ही रोका जा रहा है।
इसी क्रम में पट्टी नगर के राजपूत चौराहे, ढकवा मोड़ पर भी प्रशासन ने विभिन्न जिलों से आने वाले वाहनों को रोक दिया है, जिससे वहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा हो गई। स्थानीय नगरवासियों ने इस परिस्थिति को समझते हुए श्रद्धालुओं के लिए नि:शुल्क भोजन और नाश्ते की व्यवस्था शुरू की। बीती रात से ही नगरवासियों ने आपसी सहयोग से भोजन उपलब्ध कराना प्रारंभ कर दिया जो देर रात तक जारी रहा ।
श्रद्धालुओं की सेवा = कुंभ स्नान का पुण्य
नगर के वरिष्ठ नागरिकों का कहना है कि कुछ लोग परिस्थिति के कारण प्रयागराज नहीं पहुंच पाए हैं, लेकिन अगर वे यहां फंसे श्रद्धालुओं की सेवा कर दें तो उन्हें भी कुंभ स्नान के समान पुण्य प्राप्त होगा।
गाँव लहरिया रिपोर्टर से बात चीत के दौरान अमित जायसवाल ने बताया कि इस सेवा अभियान में पट्टीवासियों का सौभाग्य जाग उठा, क्योंकि इस पहल के कारण न केवल देशभर से आए श्रद्धालु बल्कि नेपाल के यात्री भी यहां भोजन ग्रहण कर रहे हैं। हजारों श्रद्धालुओं ने दाल-चावल, चाय, बिस्कुट और बच्चों के लिए दूध का प्रसाद ग्रहण किया।
पूर्व मंत्री के निर्देश पर पट्टी में शुरू हुआ महाभंडारा
अमित जायसवाल ने जानकारी दी कि जब उन्हें पता चला कि पट्टी में श्रद्धालु बड़ी संख्या में जमा हो रहे हैं और भोजन के लिए भटक रहे हैं, तो उन्होंने पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह ‘मोती सिंह’ को स्थिति से अवगत कराया। मंत्री ने तुरंत निर्देश दिया कि पट्टी के अतिथियों का स्वागत दिल खोलकर किया जाए और उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।इसके बाद पूरी पट्टी की जनता महाकुंभ यात्रियों की सेवा में जुट गई।महाकुंभ स्नान के लिए जाने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री माननीय मोती सिंह के निर्देश पर पट्टी नगर के ढखवा रोड स्थित एन. एल. एंड संस पेट्रोल पंप पर विशेष सेवा शिविर का आयोजन किया गया। यहां भोर 3 बजे से शाम 6 बजे तक यात्रियों के लिए नाश्ता, चाय, बिस्कुट और भोजन की व्यवस्था की गई। साथ ही उनके ठहरने का भी उचित प्रबंध किया गया।नेपाल, बहराइच, सिक्किम, कच्छ (गुजरात), झारखंड, बिहार, महाराष्ट्र सहित विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालु बड़ी संख्या में यहां एकत्रित हुए, जिससे यह सेवा कार्यक्रम देर शाम तक चलता रहा।कोतवाल आलोक कुमार सिंह ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर सुरक्षा एवं व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने यात्रियों के ठहरने और खानपान की व्यवस्थाओं को सराहा और पूर्व मंत्री की पहल की प्रशंसा की।
बिजली गुल होते ही तत्काल बहाल की गई आपूर्ति
भोजन वितरण के दौरान जब बिजली गुल हो गई, तो अमित जायसवाल ने तुरंत पूर्व कैबिनेट मंत्री मोती सिंह को फोन कर इस समस्या से अवगत कराया। मंत्री ने तत्परता दिखाते हुए उच्च अधिकारियों से बात कर मात्र 5 मिनट में बिजली आपूर्ति बहाल करवा दी। इससे न केवल श्रद्धालुओं को राहत मिली बल्कि भोजन-पानी की व्यवस्था भी सुचारू रूप से संचालित होती रही।
नगरवासियों की अनुकरणीय पहल
पट्टी नगरवासियों की यह पहल एक उदाहरण बन गई है कि कैसे सेवा भाव से किसी भी विपरीत परिस्थिति को संवेदनशीलता और सहयोग से सुलझाया जा सकता है। यह कदम “अतिथि देवो भव” की परंपरा को साकार करता है।