हिन्दू धर्म के रक्षार्थ संगठित हो हिन्दू समाज – सेवानिधि गौरांग दास

गोइं गाँव में हुए सनातन धर्म संसद में जुटे सनातनियों ने किया मंथन दिया एकजुटता का सन्देश

गाँव लहरिया न्यूज़/पट्टी

इस्कॉन नामहट्ट श्री श्री जगन्नाथ मंदिर के प्रथम स्थापना दिवस अवसर पर पट्टी के गोई गांव में सनातन धर्म संसद का आयोजन किया गया। स्थानीय एवं जनपद के संतों और विद्वान जानो ने धर्म संसद में सहभागिता करते हुए अपने विचार रखे।

सनातन धर्म संसद में प्रमुख रूप से ग्रामीण स्तर से लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदू धर्म में व्याप्त जाति विद्वेष और उसके राजनीति करण सहित सभी पक्ष पर विचार मंथन किया गया और इसके निवारण के लिए गांव गांव में अभियान और जनजागरण करने पर सर्वसम्मति से रूपरेखा तैयार की गई। धर्म संसद में संतों और विद्वान जानो ने सनातन के वास्तविक अर्थ पर अपने अपने मतानुसार विचार व्यक्त करते हुए परस्पर संगठित रहने के लिए हिंदुओं को प्रेरित किया। युवाओं को अपने धर्म संस्कृति और सभ्यता के वैभव और वैज्ञानिक प्रभाव की विस्तार से जानकारी दी गई।

श्री श्री जगन्नाथ मंदिर के संस्थापक अध्यक्ष प्रभु, श्री मान सेवानिधि गौरांग दास ने धर्म संसद में अपने वक्तव्य में कहा कि, आज के आधुनिक परिवेश में हम और हमारे समाज का युवा डिजिटल संदेश से प्रभावित हो रहा है जबकि युवाओं को धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन और प्रमाणिकता की कसौटी को सुदृढ़ करना होगा। धर्म और संस्कृति के प्रति निष्ठावान होना होगा। पड़ोसी देशों में हो रही गतिविधियों को गंभीरता से लेते हुए सनातन हिन्दू धर्म के रक्षार्थ संगठित होकर रहना होगा।

संसद के दौरान विषय को विस्तार देते हुए दास अनिरुद्ध रामानुचार्य श्री ओम प्रकाश पाण्डेय जी उपस्थित जनमानस से कहा कि, समय समय हमारे महापुरुषों ने हिंदू एकता और भारत की पावन धरती की संस्कृति संरक्षण के लिए अनेकों आयोजन और अभियान चलाए हैं और अब हम सबका दायित्व बनता है कि अपनी एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए जाति में न बटते हुए हिंदू धर्म की एकता और अस्मिता को बनाए रखे। हमारे देश के सभी प्रांत में जाति में भेद सिर्फ राजनीति से प्रेरित है हमको सतर्क होकर देशहित में एक रहना होगा।

2:30 घण्टे की मैराथन सनातन धर्म संसद में बंग्ला देश में बंदी चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई में भारत सरकार से सहयोग की मांग की गई। ग्रामीण स्तर पर जन जागरण से हिन्दू धर्म रक्षा के लिए एकजुट हो। हिंदू धर्म में ही नहीं मुस्लिम और ईसाई धर्म में जातियां है और उनमें भी विसंगतियां है पर अपने धर्म के प्रति उनकी कट्टरता उन्हें एक रखती है और हम हिन्दू सनातन काल से अपनी उदासीनता से खंडित होते आ रहे हैं अब स्थिति भयावह और इसे समाप्त करने के लिए एक होकर रहना होगा, युवाओं में धर्म के प्रति निष्ठा और आदर स्थापित हो सके। सनातन धर्म संसद का संचालन आनन्द सिंह शिल्पी द्वारा किया गया।

श्री श्री जगन्नाथ मंदिर प्रथम स्थापना दिवस अवसर पर आयोजित सनातन धर्म संसद में मुख्य रूप से अनिरुद्ध रामानुचार्य ओम प्रकाश पाण्डेय , मां जगत जननी धाम के संस्थापक राम पूजन तिवारी , विमल सिंह  AHP जिला अध्यक्ष, श्री रवि त्रिपाठी जी सदस्य AHP, ज्योतिषाचार्य राकेश नारायण पांडेय, भगवती प्रसाद शर्मा, ABVP के सक्रिय सदस्य अंजनी दुबे चंदन, पूर्व प्रधान शिव नारायण त्रिपाठी, पूर्व BDC अरुण त्रिपाठी,  उमाकांत त्रिपाठी, दास आनंदघन, कृष्णकांत त्रिपाठी, पूर्व सूबेदार मेजर उदयराज पाण्डेय सहित ग्राम पंचायत के भारी संख्या सम्मानित वरिष्ठ, प्रबुद्ध, युवा, महिला उपस्थित रहे ।

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