पूरे सुखचैन हो रही है श्रीमद्भागवत कथा
निर्मल पाण्डेय 'डब्लू' ने किया है आयोजन मुख्य यजमान हैं उमा दत्त पांडे व उर्मिला पांडे
अंकित पाण्डेय/गाँव लहरिया
पट्टी ।श्रीमद्भागवत भगवान श्रीकृष्ण का स्वरुप है। भागवत का प्रत्येक श्लोक मानव जीवन के उद्धार के लिए संजीवनी स्वरुप है। यह बातें पूरेसुखचैन मे उमा दत्त पाण्डेय के संयोजन में आयोजित संगीतमयी श्रीमद्भागवत भागवत कथा के तीसरे दिवस आचार्य पंडित श्याम शंकर मिश्र महाराज ने कही। उन्होने भागवत महात्म्य का संक्षिप्त वर्णन करते हुए कहा कि इस अनमोल मानव जीवन को सार्थक बनाने के लिए भागवत कथा का श्रवण और अनुश्रवण करना चाहिए। ईश्वर की भक्ति में निष्काम होना आवश्यक है। निष्काम पूजन से ही ईश्वर मोक्ष का द्वार खोलता है। कथा व्यास ने इच्वाकुवंश की कथा का सारगर्भित वर्णन करते हुए भगवान श्रीराम के जन्म के उद्देश्यों पर विस्तृत प्रकाश डाला। श्रीराम जन्म व श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा का अद्भुत वर्णन किया। कथा के दौरान आध्यात्मिक भजनों की धुनि पर श्रोता भावविभोर नजर आये । कथा में विशेष रूप से आनंद पांडे वरिष्ठ पत्रकार नवभारत टाइम्स मुंबई रमापति पांडे, इंद्रेश पांडे,बालमुकुंद पाण्डेय मदनमोहन पाण्डेय, कृष्णकांत मिश्रा पूर्व प्रमुख, राजमणि शुक्ला आचार्य उपस्थित लोगों का आदि मौजूद रहे।