प्रतापगढ़ जिले में पंचायत भवन के निर्माण में जम कर हुआ बंदरबाट
एडीओ पंचायत और वीडीओ के खिलाफ जारी किया गया रिकवरी की नोटिस
31 अक्तूबर तक अधूरे पंचायत भवनों का कराएँ निर्माण नहीं तो होगी कार्यवाही
गाँव लहरिया न्यूज/डेस्क
बेलखरनाथधाम ब्लॉक के गहरी चक ग्राम पंचायत में एडीओ पंचायत रहे उमेश कुमार यादव और सचिव फरीद अहमद ने 2.50 लाख रुपये निकाले, लेकिन निर्माण नहीं कराया। वर्तमान में भवन अधूरा पड़ा है। इस मामले में रिकवरी के साथ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसके आलावा वर्ष 2021 में सांगीपुर विकास खंड के अमावां गांव में पंचायत भवन के निर्माण के लिए आई आठ लाख रुपये से अधिक की धनराशि का बंदरबांट कर लिया गया। जांच में मामला खुला तो आरोपी वीडीओ और एडीओ पंचायत को रिकवरी नोटिस जारी किया गया है। यही नहीं बेलखरनाथ धाम के गहरीचक में अफसरों ने 2.58 लाख रुपये हजम कर लिए। संबंधित अधिकारियों को भी कारण बताओ के साथ रिकवरी नोटिस जारी किया गया है। सीडीओ ने आरोपी अधिकारियों को फटकार लगाते हुए 31 अक्तूबर तक काम पूरा कराने का निर्देश दिया। सीडीओ को शिकायत मिली थी कि वर्ष 2020-21 में पंचायत भवन निर्माण के लिए ग्राम पंचायतों को मिली धनराशि में सांगीपुर के अमावां और बेलखरनाथधाम के गहरीचक में व्यापक खेल किया गया है। सरकारी धन आरोपियों ने खाते से निकाला, लेकिन निर्माण कराने के बजाय रकम का बंदरबांट कर लिया। मामले की जांच जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) आलोक कुमार सिन्हा ने की तो सच सामने आ गया। डीपीआरओ के मुताबिक सांगीपुर के अमावां ग्राम पंचायत में पंचायत भवन के निर्माण के लिए तत्कालीन एडीओ पंचायत आद्या प्रसाद द्विवेदी और सचिव लव कुमार सिंह ने 8,08,160 रुपये निकाले, लेकिन निर्माण नहीं कराया। आरोप पुष्ट हुए कि सरकारी धन बांटकर हजम किया गया। अफसरों की जांच में मामला खुलने पर एडीओ पंचायत और वीडीओ के खिलाफ रिकवरी की नोटिस जारी किया गया तो खलबली मच गई। कार्रवाई की चेतावनी के बाद अब पंचायत भवन का निर्माण प्रारंभ किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अधूरे भवनों को पूरा करने के लिए 31 अक्तूबर तक का समय दिया गया है। इस अवधि में निर्माण कार्य पूरा नहीं होता है, तो आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की जा सकती है।