पट्टी के एतिहासिक मेले को भव्य बनाने हेतु प्रशासन ने कसी कमर, एसडीएम देश दीपक खुद कर रहे मानिटरिंग
20 नवम्बर से शुरू हो कर तीन दिनों तक चलेगा मेला
अंकित पाण्डेय/पट्टी
पट्टी के मेले के लिए प्रशासन ने बैठक कर लिया व्यवस्था का जायजा
मेले को संपन्न कराने के लिये विभागों के अधिकारियोऔर मेला संघ की बैठक समपन्न हुई । पट्टी के मेले को 20,21,22 नवंबर सकुशल संम्पन्न कराने के लिए प्रशासन इस बार कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पट्टी एसडीएम देश दीपक ने सरकारी डाक बंगले में सभी विभागों के अधिकारियो की आवश्यक बैठक बुला कर उन्हें दिशा निर्देश जारी किये। मेले में अतिक्रमण से दर्शको को परेशानी न उठाना पड़े इसको ध्यान में रखते हुए मेले में तथा भरत मिलाप में विद्युत विभाग व्यवस्था अनवरत बनी रहे। इसके लिए विभाग से अतिरिक्त विजली की मांग पहले से हो गई है। वही जल निगम से भी पानी उपलब्ध कराने के लिए मांग की गई है।
बैठक में तहसीलदार मनोज कुमार राय, एसडीओ एसबी प्रसाद,पट्टी एसओ नंदलाल सिंह,पट्टी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक अखिलेश जायसवाल,ईओ,मनोज प्रियदर्शी, बिजली विभाग के जेई मुकेश कुमार, राम लीला कमेटी के श्रीरामलीला समिति का अध्यक्ष जुग्गीलाल जायसवाल, प्रबन्धक अवधेश सिंह,महामंत्री अशोक श्रीवास्तव,कोषाध्यक्ष पंकज खंडेलवाल, उपाध्यक्ष राम प्रकाश जायसवाल, राम चन्द्र जायसवाल, सह प्रबंधक रमेश सोनी, प्रमोद खंडेलवाल, राम चरित्र वर्मा, उपाध्यक्ष अवधेश सिंह, आय व्यय निरीक्षक लाल चंद्र मोदनवाल, प्रचार मंत्री चंद्रकेश सिंह, सह प्रचार मंत्री राम सजीवन सोनी, विधिक सलाहकार अनिल श्रीवास्तव, मंत्री सत्यनारायण खंडेलवाल, संरक्षक बिट्टू सिंह, कार्यकारिणी के रूप,अनुराग कुमार खंडेलवाल,रमेश बरनवाल, रवी कुमार,बृजेश सिंह, प्रखर खंडेलवाल ,शीतला प्रसाद सरोज, राकेश सिंह, अनिल कुमार खंडेलवाल, अरविंद कुमार तिवारी, आशीष तिवारी, बैठक में मुख्य रूप से पट्टी चैयरमैन खेदनलाल जायसवाल, राजेश दुबे,अजय जायसवाल अंकित वर्मा, राकेश सिंह, राहुल वर्मा, आदेश जायसवाल, (बिक्कू) डॉक्टर शकील अहमद,राजकुमार मोदनवाल, सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
- पट्टी मेले को संपन्न कराने के लिए मुख्य चुनौतियाँ
- रोड पर जारी अतिक्रमण को हटाना जिससे दर्शको को न करना पड़े परेशानियों का सामना
- अबाधित विद्युत् व्यवस्था जिससे न हो दर्शको को कोई अव्यवस्था
- बिजली रहे अनवरत जिससे रौशनी रहे हरदम
- प्रशासन की मुस्तैदी जिससे न ले सके कोई फिरकी
- जल निगम की सजगता तभी होगी पानी की उपलब्धता