कल है हिन्दू नव वर्ष, इस नवरात्री नौका पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा

22 मार्च 2023 को हिंदू नववर्ष और चैत्र नवरात्रि प्रारम्भ होंगे

चैत्र माह की प्रतिपदा से नया हिंदू वर्ष प्रारंभ होता है। इस दिन 22 मार्च 2023 को हिंदू नववर्ष और चैत्र नवरात्रि प्रारम्भ होंगे

ASTRO अंजू मोहनिया,MP

वैदिक ज्योतिष के अनुसार 21 मार्च जब चन्द्रमा कुंभ और मीन राशि में होता है तो उसे पंचक कहा जाता है। यह अवधि लगभग पांच दिनों की होने के कारण ही इसे पंचक कहा जाता है। इसे हिंदू धर्म में अशुभ माना गया है। साथ ही सभी मांगलिक व धार्मिक कार्यों को करने की मनाही भी की गई है।

नवरात्रि में कर सकेंगे पूजा

शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि को परम शुभ अवसर माना गया है। ऐसे में पंचकों में नवरात्रि का आना अधिक चिंतनीय नहीं है। नवरात्रि के प्रभाव से यह भी शुभ बन गए हैं। मां दुर्गा की कृपा और हनुमानजी के आशीर्वाद से आप भी इन नवरात्रियों में पूजा-पाठ कर सकेंगे।

110 साल बाद नवरात्रि पर बन रहा है ये दुर्लभ संयोग

चैत्र नवरात्रि 2023: सनातन धर्म में नवरात्रि का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है जो कि साल में 4 बार आता है। लेकिन सामान्यरूप से देशभर में चैत्र और शारदीय नवरात्रि का त्यौहार बहुत आस्था से मनाया जाता है। नवरात्रि का त्यौहार देवी दुर्गा को समर्पित होता है और इन नौ दिनों में माँ के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। 🚩

तिथि और समय

हिंदू पंचांग के अनुसार, शक्ति साधना के महापर्व चैत्र नवरात्रि का आरंभ प्रतिवर्ष चैत्र के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को होता है और इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 2023 की शुरुआत 22 मार्च 2023 को हो रही है जबकि इसकी समाप्ति 30 मार्च 2023 को होगी। आपको बता दें कि चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा से ही हिंदू नववर्ष की भी शुरुआत होती है और इस वर्ष के राजा बुध और मंत्री शुक्र देव होंगे। ऐसे में, यह समय शिक्षा के क्षेत्र में कई सकारात्मक परिवर्तन लेकर आ सकता है।

पंचांग के अनुसार, प्रथम नवरात्रि यानी कि प्रतिपदा तिथि का आरंभ 21 मार्च 2023 की रात 10 बजकर 55 मिनट पर हो जाएगा। लेकिन उदया तिथि के अनुसार, आदि शक्ति के पर्व चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च को होगी और इसी दिन ही कलश स्थापना भी की जाएगी।

नौका पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा नौका पर सवार होकर आएंगी। डोली पर इनका प्रस्थान होगा जिससे बहुत ही शुभ माना जाता है नका यह रूप भक्तों की समस्त इच्छाओं को पूर्ण करने वाला माना गया है। ऐसे में आप भी अपनी सुविधा के अनुसार इस दिन , मां की पूजा अर्चना मंत्र जाप उच्चारण पाठ आदि कर सकते हैं।

मां भगवती के 32 नाम

1. ॐ दुर्गा,
2. दुर्गतिशमनी,
3. दुर्गाद्विनिवारिणी,
4. दुर्गमच्छेदनी,
5. दुर्गसाधिनी,
6. दुर्गनाशिनी,
7. दुर्गतोद्धारिणी,
8. दुर्गनिहन्त्री
9. दुर्गमापहा,
10. दुर्गमज्ञानदा,
11. दुर्गदैत्यलोकदवानला,
12. दुर्गमा,
13. दुर्गमालोका,
14. दुर्गमात्मस्वरुपिणी,
15. दुर्गमार्गप्रदा,
16. दुर्गम विद्या,
17. दुर्गमाश्रिता,
18. दुर्गमज्ञान संस्थाना,
19. दुर्गमध्यान भासिनी,
20. दुर्गमोहा,
21. दुर्गमगा,
22. दुर्गमार्थस्वरुपिणी,
23. दुर्गमासुर संहंत्रि,
24. दुर्गमायुध धारिणी,
25. दुर्गमांगी,
26. दुर्गमता,
27. दुर्गम्या,
28. दुर्गमेश्वरी,
29. दुर्गभीमा,
30. दुर्गभामा,
31. दुर्गमो,
32. दुर्गोद्धारिणी।

कोई भी व्यक्ति परेशानी या कठिनाई के समय में इन 32 नामों का उच्चारण करता है, तो कुछ ही समय में उसके सभी दुख दूर हो जाते है, सुखमय जीवन व्यतीत करती है।

Related Articles

Back to top button