पत्नी और बेटे को जिंदा जलाने की कोशिश, नशेड़ी डॉक्टर का खौफनाक कदम
कल पत्नी से मारपीट के मामले में पट्टी पुलिस ने किया था चालान

गाँव लहरिया न्यूज़/पट्टी
पट्टी। शराब के नशे में धुत एक सहायक दंत चिकित्सक ने अपनी पत्नी और 10 वर्षीय बेटे को जिंदा जलाने का प्रयास किया। गनीमत रही कि पड़ोसियों की सतर्कता से दोनों की जान बच गई।हरिपुरा बरदैता सीएचसी में कार्यरत सहायक दंत चिकित्सक रविंद्र नाथ अपनी पत्नी और बेटे के साथ पट्टी कस्बे में किराए के मकान में रहता है।बुधवार को आरोपी शराब के नशे में धुत होकर घर पहुंचा और पत्नी व बेटे के साथ मारपीट की। घटना की सूचना मिलने पर 112 पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में लेकर शांति भंग के आरोप में चालान कर दिया।
जमानत के बाद फिर मचाया उत्पात
एसडीएम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आरोपी डॉक्टर दोबारा घर लौटा और फिर हंगामा करने लगा। सूचना पर पुलिस पहुंची तो वह घर छोड़कर भाग गया।गुरुवार सुबह आरोपी थिनर की बोतल लेकर घर लौटा। दरवाजा खुलते ही वह जबरन अंदर घुसा और कमरे में थिनर छिड़ककर आग लगा दी।उस समय मासूम अमरीश कमरे में सो रहा था। आग लगते ही कमरे में रखा सामान जलने लगा। शोर मचने पर पड़ोसियों ने तुरंत दरवाजा तोड़कर नीलम और उसके बेटे को बाहर निकाला, जिससे दोनों की जान बच गई।
पुलिस ने आरोपी को दोबारा हिरासत में लिया
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने आरोपी को दोबारा हिरासत में ले लिया है। पीड़िता नीलम ने पुलिस को अपने पति के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए तहरीर दी है।कोतवाल आलोक कुमार ने बताया कि आरोपी डॉक्टर के खिलाफ आवश्यक धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अधीक्षक पर भी लगे गंभीर आरोप
इस घटना में नया मोड़ तब आया जब पीड़िता नीलम ने पट्टी सीएचसी के अधीक्षक अखिलेश जायसवाल पर भी गंभीर आरोप लगाए।नीलम का कहना है कि उसके पति ने अधीक्षक को 5000 रुपये प्रति माह देकर ड्यूटी न करने की छूट ले रखी थी। पीड़िता का आरोप है कि यदि डॉक्टर अपनी ड्यूटी करता और नशे में धुत घर पर समय न बिताता तो यह भयावह घटना टल सकती थी।
पुलिस कर रही है गहन जांच
फिलहाल पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है और पूरे मामले की जांच जारी है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और प्रशासनिक कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।