वृद्धावस्था पेंशन योजना का सत्यापन प्रारम्भ, अपात्रों को सूची से हटाया जाएगा
जिले में कुल 1,52,860 पेंशन लाभार्थियों का होगा सत्यापन,जीवित को मृतक दर्शाने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई : जिलाधिकारी

गाँव लहरिया न्यूज़/प्रतापगढ़
जिले में वृद्धावस्था पेंशन योजना के लाभार्थियों का भौतिक सत्यापन कार्य शुरू कर दिया गया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर ग्रामीण क्षेत्रों में खंड विकास अधिकारियों तथा नगरीय क्षेत्रों में उप जिलाधिकारियों व अधिशासी अधिकारियों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। सत्यापन के दौरान यदि कोई लाभार्थी मृतक या अपात्र पाया गया, तो उसका नाम सूची से हटाकर पात्र व्यक्ति को योजना का लाभ दिया जाएगा।
जिला समाज कल्याण अधिकारी नागेन्द्र कुमार मौर्य ने विकास खंड लालगंज की कई ग्राम पंचायतों में सत्यापन कार्य का निरीक्षण करते हुए क्रॉस वेरिफिकेशन किया। उन्होंने बताया कि योजना का उद्देश्य बुजुर्गों को सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन देना है। इसलिए इस प्रक्रिया में पारदर्शिता और गंभीरता बरती जा रही है। जिले में कुल 1,52,860 पेंशन लाभार्थियों का सत्यापन आगामी 15 मई 2025 तक पूरा किया जाएगा। सत्यापन कार्य में लापरवाही या गलत रिपोर्टिंग पाए जाने पर संबंधित अधिकारी/कर्मचारी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, विशेषकर यदि किसी जीवित पेंशनर को मृतक बताया गया।
मंडलीय उप निदेशक एवं जिला समाज कल्याण अधिकारी द्वारा सत्यापन कार्य का 10 प्रतिशत क्रॉस वेरिफिकेशन किया जाएगा। साथ ही “जीरो पावर्टी अभियान” में चिन्हित परिवारों का भी सत्यापन किया जा रहा है, ताकि नए पात्र लाभार्थियों को योजना से जोड़कर लाभान्वित किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के अंतर्गत 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के बी.पी.एल. श्रेणी के वृद्धजनों को प्रतिमाह ₹1000 की पेंशन डीबीटी के माध्यम से प्रदान की जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए वार्षिक आय सीमा ₹46,080 तथा शहरी क्षेत्रों के लिए ₹56,460 निर्धारित है।
लाभार्थियों के आधार और मोबाइल नंबर को उनके बैंक खातों से लिंक कराया जा रहा है तथा एकीकृत पोर्टल के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई व्यक्ति एक से अधिक योजनाओं का लाभ न उठा सके। सत्यापन के बाद पात्र व्यक्तियों को समय से पेंशन भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा।