कब है धनतेरस , कैसे मनाये ये शुभ पर्व, हमारे जीवन मे कैसे शुभता प्रदान करेंगा यह पर्व
धनत्रयोदशी, धंनवर्तरी जयंती यह पर्व कैसे मनाये ये शुभ पर्व कैसे हमारे जीवन मे शुभता प्रदान करेंगे
22 अक्टूबर 2022 कार्तिक कृष्ण पक्ष शनिवार त्रयोदशी, शाम 4 बजकर 33 मिनट पर त्रयोदशी लग जायेगा उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र रहेगा इसदिन जैसा कि कथा आता है कि इसदिन सभी के पालनकर्ता भगवान विष्णु के अवतार धन्वंतरि महराज जी का होता है जो कि आयुर्वेद के देवता है
इस दिन इनकी पूजा करने से जीवन मे असाध्य बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है और इसिदिन जो व्यक्ति भगवान धन्वंतरि के इस मंत्र का जप करता है अथवा ब्राह्मणो के द्वारा करवाता है निश्चित ही असाध्य बीमारियों से छुटकारा मिलजाता है और तो और अकाल मृत्यु भय से छुटकारा मिलता है
(ॐ नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतराये अमृतकलश हस्ताय सर्व भयविनाशाय सर्व रोगनिवारणाय त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णुस्वरूपश्री धनवंतरी स्वरूपाय श्री श्री श्री औषधचक्राय नारायणाय नमः)
और इसदिन अकाल मृत्यु नाश के लिए शाम को अपने घर के द्वार पर यमदेवता के लिए चौमुखा दीपक जरूर जलाए । इसदिन महा लक्ष्मी का पूजन करने का भी विशेष महत्व है इसदिन झाड़ू, गणेश लक्ष्मी की चांदी की प्रतिमा नमक पीतल के पात्र खरीदने चाहिए या किसी विशेष कार्य के लिए धन निकाल कर माँ लक्ष्मी का पूजन कर माता जी के पास अर्पित करे बाद में उस धन को उस कार्य मे लगावे जिससे कार्य व्यापार में वृद्धि होगी।
आचार्य सर्वेश जी
8318505185(काशी)