स्वास्थ्य विभाग के मुखिया का कब चलेगा चाबुक? लापरवाह महिला स्वास्थ्यकर्मी और दलालों पर कार्रवाई का इंतजार

सीएचसी के आसपास सक्रिय महिला दलालों नेटवर्क नेटवर्क के आगे नतमस्तक है CMO?

गाँव लहरिया न्यूज़ प्रतिनिधि/ बाबा बेलखरनाथ धाम

बाबा बेलखरनाथ धाम स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में बीते एक साल से लगातार लापरवाही की घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन अभी तक जिम्मेदारों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। मीडिया में कई बार इस संबंध में खबरें प्रकाशित हुईं, परंतु स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की ओर से कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया।

सीएचसी के आसपास सक्रिय महिला दलालों का नेटवर्क मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में भेजकर मोटी रकम वसूल रहा है। स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि प्रसूताओं और नवजात शिशुओं की मौत के बावजूद किसी जिम्मेदार को अभी तक दंडित नहीं किया गया है। इससे आमजन का भरोसा सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं से उठता जा रहा है।

कभी इस सीएचसी पर प्रतिदिन 300 से 400 ओपीडी और महीने में 100 से अधिक प्रसव हुआ करते थे, लेकिन अब अप्रशिक्षित और लापरवाह स्वास्थ्यकर्मियों के व्यवहार से मरीज आने से कतराने लगे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार भले ही स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही हो, लेकिन ज़मीनी हकीकत में लाभार्थियों की जान ही जोखिम में पड़ गई है।

बाबा बेलखरनाथ धाम क्षेत्र के लोग जिले के स्वास्थ्य विभाग के मुखिया से यह उम्मीद लगाए बैठे हैं कि दोषी महिला स्वास्थ्यकर्मियों और दलालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएचसी अधीक्षक ने भी इस विषय में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को पत्र भेजा, लेकिन वह पत्र भी कार्रवाई के बजाय फाइलों में दब गया या कूड़ेदान की भेंट चढ़ गया।वहीं, राज्य के उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक छोटी घटनाओं पर त्वरित और कठोर कार्रवाई के लिए जाने जाते हैं, फिर भी बेलखरनाथ धाम सीएचसी की गंभीर लापरवाहियों पर चुप्पी साध लेना आमजन के लिए चिंता और चर्चा का विषय बना हुआ है।

 

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